1 मुखी रुद्राक्ष | Ek Mukhi Rudraksh

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1 मुखी रुद्राक्ष | Ek Mukhi Rudraksh

एक मुखी रुद्राक्ष का महत्व ( importance of Ek Mukhi rudraksha)

एकमुखी रुद्राक्ष का संबंध सीधे भगवान शिव से है। एक मुखी सभी रुद्राक्षों में सबसे अधिक प्रभावशाली है क्योंकि इसमें भगवान शिव की परम शक्ति समाहित है।

धारण मंत्र( Dharan Mantra) –‘ॐ ह्रीं नम:’

The Ek Mukhi Rudraksha is directly related to Lord Shiva. It is considered the most impactful among all the Rudraksha beads because it contains the ultimate power of Lord Shiva.

The sacred mantra for wearing the Ek Mukhi Rudraksha is ‘Om Hreem Namah.

1 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे (Ek mukhi rudraksha ke fayde)

एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने से ब्रह्महत्या जैसे दोषों का समाप्त हो जाता है।

इससे व्यक्ति के घर में सुख-समृद्धि आती है और उस घर से सभी तरह के उपद्रव नष्ट हो जाते हैं।

लक्ष्मी देवी सदैव उस घर में वास करती है जहां एक मुखी रुद्राक्ष होता है।

इसके धारण से व्यक्ति में भगवान शिव की कृपा का अनुभव होता है और उसकी आत्मा शुद्ध होती है।

एक मुखी रुद्राक्ष से उत्पन्न होने वाले विचारों को शांत कर व्यक्ति को मानसिक शांति मिलती है।

Wearing the Ek Mukhi Rudraksha puts an end to sins like Brahmahatya (the act of killing a Brahmin). It brings prosperity and abundance to the individual’s home, dispelling all kinds of troubles. Goddess Lakshmi always resides in the house where an Ek Mukhi Rudraksha is present. By wearing it, a person experiences the grace of Lord Shiva, and their soul becomes purified. The Ek Mukhi Rudraksha helps calm the mind, bringing mental peace to the wearer.

एक मुखी रुद्राक्ष की पहचान कैसे करें: ( How to Identify 1 face Rudraksh )

एक मुखी रुद्राक्ष आधे काजू के आकार में दिखाई देता है और इसमें एक ही धारी होती है। इसे गर्म पानी में उबालकर यदि रंग छोड़े तो वह असली नहीं है। सरसों के तेल में रखने से भी इसकी पहचान की जा सकती है। भगवान शिव की आंखों से गिरा पहला आंसू ही एक मुखी रुद्राक्ष के रूप में लोकप्रिय है।

The Ek Mukhi Rudraksha appears in the shape of half a cashew nut and has only one facet (mukh). To determine its authenticity, one can boil it in hot water; if it retains its color, it is genuine. Another way to identify it is by placing it in mustard oil; if it appears darker than its original color, then it is authentic. The first tear that fell from Lord Shiva’s eyes is popularly known as the Ek Mukhi Rudraksha and is highly esteemed.

एक मुख रुद्राक्ष के लाभ (1 mukhi rudraksha benefits)

इस रुद्राक्ष की मदद से धारणकर्ता अपनी इंद्रियों को वश में कर ब्रह्म ज्ञान की प्राप्ति की ओर अग्रसर होता है।

हाई ब्लड प्रेशर के मरीज़ों के लिए यह रुद्राक्ष फायदेमंद रहता है।

शत्रुओं से रक्षा और धन की प्राप्ति के लिए भी इसे पहना जा सकता है।

गंभीर पापों से मुक्ति पाने के लिए इस रुद्राक्ष को पहन सकते हैं।

यह रुद्राक्ष व्यक्ति को सकारात्मक शक्तियां प्रदान करके उसे समस्त दुखों से बचाता है।

एक मुखी रुद्राक्ष में स्वयं भगवान शिव का वास माना जाता है और इसके स्वामी सूर्येदव बताये जाते हैं।

जिन जातकों की कुंडली में सूर्य अशुभ फल दे रहा हो उन्हें एक मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए।

इससे पहनने वालों पर माता लक्ष्मी की भी विशेष कृपा बरसती है।

ह्रदय से संबंधित रोग हमेशा दूर रहते हैं और रक्तचाप नियंत्रित रहता है।

जिन्हें भविष्य में लीडर या प्रतिनिधि बनना है उनके लिए यह रुद्राक्ष बहुत लाभकारी है।

With the help of this Rudraksha, the wearer gains control over their senses and progresses towards attaining divine knowledge. It is beneficial for patients with high blood pressure. It can be worn for protection against enemies and for the attainment of wealth. This Rudraksha can also help one attain liberation from serious sins. By bestowing the wearer with positive energies, it shields them from all sorrows and troubles.

The Ek Mukhi Rudraksha is believed to be the abode of Lord Shiva himself, and its ruling planet is said to be the Sun.

Those individuals whose horoscope shows inauspicious effects of the Sun should wear the Ek Mukhi Rudraksha.

Wearers of this Rudraksha receive special blessings from Goddess Lakshmi.

It keeps heart-related ailments at bay and regulates blood pressure.

For those aspiring to become leaders or representatives in the future, this Rudraksha is highly beneficial.

एक मुखी रुद्राक्ष के धारण से व्यक्ति के ऊपर ब्रह्महत्या जैसे पाप का समाप्त हो जाता है। इससे घर में सुख-समृद्धि का आगमन होता है और सभी तरह के उपद्रव नष्ट हो जाते हैं। यह माता लक्ष्मी को भी आकर्षित करती है। रुद्र सहिंता में इसका वर्णन किया गया है कि जिस घर में एक मुखी रुद्राक्ष का वास होता है, उस घर में दरिद्रता और आर्थिक संकट का वास नहीं होता है।

Wearing the Ek Mukhi Rudraksha brings an end to sins like Brahma-hatya (killing of a Brahmin), bestowing happiness and prosperity in the household while dispelling all kinds of troubles. It also attracts the blessings of Goddess Lakshmi. In the Rudra Samhita, it is described that a home where the Ek Mukhi Rudraksha resides is free from poverty and financial difficulties.

एक मुखी रुद्राक्ष क्या काम करता है? ( Ek Mukhi Rudraksha kya kaam karta hai? )

एक मुखी रुद्राक्ष का संबंध प्रत्यक्ष तौर पर भगवान शिव से है जो ब्रह्महत्या जैसे दोषों को समाप्त कर देता है। एक मुखी रुद्राक्ष धारण कर व्यक्ति भगवान शिव की कृपा अति शीघ्र प्राप्त कर सकता है। इससे घर में सुख-समृद्धि और शान्ति का आगमन होता है। एक मुखी रुद्राक्ष लक्ष्मी के आने का सूचक है। रूद्र सहिंता में इसका वर्णन कुछ इस प्रकार है कि जिस घर में एक मुखी रुद्राक्ष होता है उस घर में दरिद्रता और आर्थिक संकट जैसी समस्याओं का वास नहीं होता है।

वहीँ शास्त्रों के अनुसार एक मुखी रुद्राक्ष अलौकिक शक्तियों से युक्त है। इस तरह से जो भी व्यक्ति एकमुखी रुद्राक्ष धारण करता है उसे अलौकिक शक्तियां और सौभाग्य प्राप्त होता है। एक मुखी रुद्राक्ष के चिकित्सक फायदों में अवसाद, अत्यधिक सोच-विचार की परेशानी और माइग्रेन जैसी दिक्कतों से मुक्ति मिलती है।

The Ek Mukhi Rudraksha is directly associated with Lord Shiva, who absolves sins like Brahmahatya (the act of killing a Brahmin). By wearing the Ek Mukhi Rudraksha, one can quickly attain the grace of Lord Shiva. It brings happiness, prosperity, and peace to the household. The presence of Ek Mukhi Rudraksha indicates the arrival of Goddess Lakshmi. According to scriptures, in a home where an Ek Mukhi Rudraksha is present, poverty and financial troubles do not reside.

As per ancient scriptures, the Ek Mukhi Rudraksha possesses mystical powers. Thus, anyone who wears it gains access to these divine energies and bestows good fortune upon themselves. The medicinal benefits of the Ek Mukhi Rudraksha include relief from depression, excessive thinking, and ailments like migraines.

रुद्राक्ष पहन कर क्या नहीं करना चाहिए? ( Rudraksha pehan kar kya nahi karna chahiye? )

किसी की शव यात्रा के दौरान या फिर शमशान घाट में रुद्राक्ष नहीं पहना जाना चाहिए।

बच्चे के जन्म के समय किसी महिला को रुद्राक्ष नहीं पहनना चाहिए। कहा जाता है कि शिव का संबंध जीवन और मृत्यु से कोसों दूर है।

सोने से पूर्व रुद्राक्ष को उतार देना चाहिए क्योंकि निद्रा अवस्था में व्यक्ति का शरीर निस्तेज होता है।

रुद्राक्ष धारण करने वाले व्यक्ति को मांस-मदिरा का सेवन करना वर्जित है।

मासिक धर्म और सम्भोग के दौरान रुद्राक्ष नहीं पहनना चाहिए।

During a funeral procession or at a cremation ground, one should not wear Rudraksha.

A woman should avoid wearing Rudraksha during childbirth. It is believed that Lord Shiva’s association is far from life and death.

Before going to sleep, one should remove the Rudraksha because the body becomes inactive during the state of sleep.

Those who wear Rudraksha should abstain from consuming meat and alcohol.

One should not wear Rudraksha during menstruation or while engaging in sexual activity.

रुद्राक्ष का पानी पीने से क्या होता है? ( Rudrkasha ka pani pine se kya hota hai? )

रुद्राक्ष में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल तत्व मौजूद होते हैं जिस कारण रुद्राक्ष का पानी पीने की सलाह अक्सर दी जाती है। रुद्राक्ष का पानी ग्रहण करने से व्यक्ति में रोग प्रतिरोधक क्षमता का विस्तार होता है और जीवाणुरोधी रोगों से लड़ने में सहायता मिलती है।

Rudraksha contains anti-inflammatory and anti-bacterial elements, which is why drinking Rudraksha water is often recommended. Consuming Rudraksha water helps in boosting the body’s immunity and provides assistance in fighting against bacterial infections.

गले में रुद्राक्ष की माला पहनने से क्या होता है? (Gale me Rudraksha ki mala pehanne se kya hota hai? )

 गले में रुद्राक्ष की माला पहनने से व्यक्ति के शरीर में उसके प्रभाव को देखने को मिलते हैं। यह शरीर में उत्पन्न होने वाले सभी रोगों को समाप्त कर देता है और आभामंडल में सकारात्मक शक्तियों का प्रवाह बढ़ाता है।

Wearing a Rudraksha necklace around the neck allows a person to witness its effects on their body. It helps to alleviate all kinds of diseases and enhances the flow of positive energies in the aura.

क्या महिलाएं रुद्राक्ष पहन सकती हैं? ( Kya mahilaye Rudraksha pehan sakti hai? )

हां, महिलाएं रुद्राक्ष पहन सकती हैं परन्तु इसके भी नियम हैं। महिलाओं को प्रसूति के समय और मासिक धर्म की अवस्था में रुद्राक्ष धारण नहीं करना चाहिए। इससे रुद्राक्ष निस्तेज स्थिति में आ जाता है।

Yes, women can wear Rudraksha, but there are specific guidelines to follow. Women should avoid wearing Rudraksha during childbirth and during their menstrual cycle as it can become impure in these conditions.

एक मुखी रुद्राक्ष का खास महत्व (The Special Significance of Ek Mukhi Rudraksha)

एक मुखी रुद्राक्ष का महत्व भगवान शिव से सीधे जुड़ा हुआ है। इसमें भगवान शिव की परम शक्ति समाहित है, जिसे सभी रुद्राक्षों में सबसे अधिक प्रभावशाली माना जाता है।

The significance of the Ek Mukhi Rudraksha is directly associated with Lord Shiva. It embodies the ultimate power of Lord Shiva, making it the most powerful among all Rudraksha beads.

एक मुखी रुद्राक्ष स्वयं भगवान शिव के समान है। रुद्राक्ष को “दिव्य मनका” के नाम से भी जाना जाता है। एक गोल एक मुखी रुद्राक्ष अत्यंत दुर्लभ है और इसलिए “एक मुखी रुद्राक्ष” को आमतौर पर “आधा चंद्रमा आकार का एक मुखी रुद्राक्ष” और “चंद्र एक मुखी रुद्राक्ष” के रूप में भी जाना जाता है।

जिस घर में एक मुखी रुद्राक्ष की पूजा की जाती है, उस स्थान पर देवी मललक्ष्मी का आशीर्वाद होता है। यह रुद्राक्ष सभी इच्छाओं को पूरा करता है और समृद्धि, भाग्य, भाग्य, सांसारिक सुखों के साथ-साथ अपने पहनने वाले को उद्धार भी लाता है। भगवान शिव स्वयं इस रुद्राक्ष को पहनने वाले से प्रसन्न होते हैं और उनके मार्ग की कोई भी बाधा दूर हो जाती है, जिससे वे एक समृद्ध और शक्तिशाली जीवन जी सकते हैं।

The Ek Mukhi Rudraksha is considered as Lord Shiva Himself. It is also known as “Divya Manaka.” An Ek Mukhi Rudraksha, being a single-faced round bead, is extremely rare and is thus referred to as “Ek Mukhi Rudraksha” or “Chandra Ek Mukhi Rudraksha,” resembling half-moon shape.

In households where the Ek Mukhi Rudraksha is worshipped, the blessings of Goddess Mahalakshmi shower upon that place. This Rudraksha fulfills all desires and brings prosperity, luck, and worldly happiness to its wearer. Lord Shiva Himself is pleased with those who wear this Rudraksha, and any obstacles in their path are removed, allowing them to lead a prosperous and powerful life.

एक मुखी रुद्राक्ष के लाभ – 1 mukhi rudraksha benefits in Hindi

इस रुद्राक्ष की मदद से धारणकर्ता अपनी इंद्रियों को वश में कर ब्रह्म ज्ञान की प्राप्‍ति की ओर अग्रसर होता है।

हाई ब्‍लड प्रेशर के मरीज़ों के लिए यह रुद्राक्ष बहुत फायदेमंद रहता है।

एक मुखी रुद्राक्ष मनका दुनिया में सबसे दुर्लभ मोतियों में से एक है।

1 मुखी रुद्राक्ष को सभी रुद्राक्षों में सबसे शुभ माना जाता है।

एक मुखी रुद्राक्ष मनका भगवान शिव द्वारा शासित है, यह सबसे शक्तिशाली रुद्राक्ष है।

1 मुखी रुद्राक्ष पहनने वाले और भगवान और पृथ्वी और स्वर्ग के बीच की कड़ी को दर्शाता है।

एक मुखी मनके पहनने वाले को जीवन और मृत्यु से मुक्ति दिलाता है।

1 मुखी रुद्राक्ष मनका ध्यान और आध्यात्मिक पूर्ति में उपलब्धि प्रदान करता है।

एक मुखी बेदिस उन्हें बिना किसी लगाव के भौतिक सफलता दिलाता है।

शत्रुओं से रक्षा और धन की प्राप्‍ति के लिए भी इसे पहना जा सकता है।

गंभीर पापों से मुक्‍ति पाने के लिए इस रुद्राक्ष को पहन सकते हैं।

जो एक मुखी रुद्राक्ष आध्यात्मिक मनके पहनता है वह आसानी से अपनी इच्छाओं को प्राप्त कर सकता है।

एक मुखी रुद्राक्ष पिछले कर्मों के पापों को मिटाने में मदद करता है।

यह आत्मज्ञान / मोक्ष प्राप्त करने में मदद करता है।

एक मुखी रुद्राक्ष के साथ पहनने वाले की एकाग्रता और मेमोरी पावर बढ़ जाती है।

Wearing the One-faced Rudraksha helps the wearer gain control over their senses and progress towards attaining Brahma knowledge. It proves highly beneficial for patients with high blood pressure.

The One-faced Rudraksha, also known as “Manaka,” is one of the rarest and most precious beads in the world of gemstones. It is considered the most auspicious among all Rudraksha beads.

This divine bead is ruled by Lord Shiva, making it the most powerful Rudraksha. It symbolizes the connection between the wearer, the divine, and both earthly and heavenly realms.

Wearing the One-faced Manaka bestows liberation from the cycle of life and death, and it aids in spiritual growth and fulfillment.

The One-faced bead helps the wearer achieve success without any attachments to material gains.

It can be worn for protection against enemies, wealth accumulation, and liberation from serious sins.

Those who wear the One-faced Rudraksha experience ease in fulfilling their desires and can achieve spiritual growth.

This bead assists in eradicating the effects of past negative karmas and leads the wearer towards self-realization or liberation (moksha).

Wearing the One-faced Rudraksha enhances concentration and memory power of the wearer.

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One thought on “1 मुखी रुद्राक्ष | Ek Mukhi Rudraksh

  1. Very interesting as well as informative topic about ek mukhi rudraksha.. it is easy to understand. Very precisely written and after reading there is no question left in mind abt how and when to wear it and also the benefits of it.. keep enlighting us with such good writing pieces of astrology..Har Har Mahadev 👏🙏

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