उन्नीसमुखी रुद्राक्ष का महत्व (Importance of 19 Mukhi Rudraksha)
उन्नीस मुखों वाले रुद्राक्ष को क्षीर सागर में शयन कर रहे नारायण देवता का है। यह व्यापार में उन्नति और भौतिक सुखों के लिए उपयोग में लाया जाता है।
The 19 Mukhi Rudraksha is believed to be related to the sleeping form of Lord Narayana in the Kshir Sagar (Ocean of Milk). It is used for progress in business and material pleasures.
धारण मंत्र-‘ॐ ह्रीं हूं नमः’ (Om Hreem Hoom Namah)
उन्नीस मुखी रुद्राक्ष के लाभ/19 Mukhi Rudraksha Benefits
उन्नीस मुखी रुद्राक्ष के लाभ (19 Mukhi Rudraksha Benefits):
यह रुद्राक्ष नारायण का प्रतीक माना गया है। इसके धारण करने से सभी प्रकार के भौतिक सुख प्राप्त होते हैं। जो व्यक्ति इसे धारण करता है, उसके जीवन में किसी भी प्रकार का कोई अभाव नहीं रहता, वह समस्त दृष्टियों से धनवान बनता है, उसके जीवन में सभी प्रकार से व्यापार वृद्धि, आर्थिक उन्नति भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है।
The 19 Mukhi Rudraksha is considered a symbol of Lord Narayana. Wearing it brings all kinds of material pleasures. The person who wears it does not experience any lack in life; they become wealthy in all respects and experience business growth, financial progress, and material comforts in life.
उन्नीस मुखी रुद्राक्ष का आध्यात्मिक महत्व (19 Mukhi Rudraksha Benefits):
उन्नीस मुखी रुद्राक्ष भगवान शिव-पार्वती तथा गणेश जी का प्रतीक भी माना गया है, यह रुद्राक्ष प्रभु नारायण का प्रतिनिधित्व करता है, उन्नीस मुखी रुद्राक्ष धारण करने से लक्ष्मी-नारायण की विशेष कृपा आशीर्वाद प्राप्त होती है। इसके धारण करने से सभी कामों में पदोन्नति प्राप्त होती है, व्यवसाय में लाभ होता है।
The 19 Mukhi Rudraksha is considered a symbol of Lord Shiva, Goddess Parvati, and Lord Ganesha. It represents Lord Narayana and wearing it attracts the special blessings of Lord Lakshmi-Narayana. Wearing this Rudraksha brings prosperity in all endeavors and benefits in business.
उन्नीस मुखी रुद्राक्ष के स्वास्थ्य लाभ: Health Benefits
यह रुद्राक्ष मधुमेह को नियंत्रित करता है, यौन समस्याओं, उच्च रक्तचाप जैसी बिमारियों को दूर करता है, इस रुद्राक्ष को पानी के साथ घिस कर दूध के साथ सेवन करने से मधुमेह ठीक हो जाता है, और पूजन कर पुष्य नक्षत्र में गले में धारण करने से समस्त बिमारियों से बचाव होता है।
The 19 Mukhi Rudraksha helps in controlling diabetes and alleviates sexual problems, high blood pressure, and other diseases. Consuming the bead after grinding it with water or mixing it with milk helps in treating diabetes. Wearing it around the neck during the Pushya Nakshatra protects against various ailments.
विनियोग- Viniyog
अस्य श्री गणेश मन्त्रस्य भार्गव ऋषि । अनुष्टुप छन्द: विनायको देवता ग्रीं बीजं, आं शक्ति: चतुर्वर्ग सिद्धयर्थे रुद्राक्ष धारणार्थे जपे विनियोग: ।
This is the Ganesha mantra with Bhrigu Rishi as the seer and Anushtup meter:
“Vinayako Devata, Greem Beejam, Aam Shaktihi, Chaturvarga Siddhayarthe Rudraksha Dharnarthe Jape Viniyogaha.”
It means: “The deity is Lord Ganesha, the seed is ‘Greem,’ the power is ‘Aam.’ This mantra is chanted for attaining the fourfold goals and for wearing Rudraksha.”
ध्यानम्- Dhyanam
हरतु कुल गणेशो विघ्नसंधानशेषान् । नयतु सकलसम्पूर्णता साधकनाम् ॥ पिबतु बटुकनाथ: शोषितं निम्नकानां । दिशतु सकलकामान् कौलिकानां गणेश: ॥
May Lord Ganesha, who removes all obstacles and grants complete fulfillment, bless all seekers. May Lord Batuknath absorb the sufferings of the downtrodden and fulfill the desires of the devotees following the Kaula tradition.
मन्त्र: Mantra
॥ ॐ हं सं ऐं ह्रीं श्रीं ॥ ॐ ह्रीं हूं नमः’ ॥ Om Ham Sam Aim Hreem Shreem ॥
Suraj Kumar
August 17, 2023 at 6:52 am
Nice guru ji