World Future 2024

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World Future 2024

World Future 2024

विक्रम संवत् 2081 का आरम्भ चैत्र शुक्ल प्रतिपदा 9 अप्रैल मंगलवार, सन् 2024 ई. से हो रहा है। इस वर्ष में ‘पिंगल’ नामक संवत्सर होगा, नित्य संकल्प विनियोगादि में पिंगल’ नामक संवत्सर का ही प्रयोग होगा। राजा के महत्वपूर्ण पद पर धरती के पुत्र “मंगल” को अधिकार मिला है। तथा मंत्री का महत्त्वपूर्ण पद सूर्य पुत्र शनिदेव को मिला है। दोनों महत्वपूर्ण पद क्रूर ग्रहों के पास है। फलस्वरूप मनुष्यों को अग्निभय, चोरों का उत्पात, राजाओं में विग्रह होगा, मंत्री पद पर आसीन शनिदेव के कारण राजा लोग विनय रहित, जनता को दुःख देने वाले, वर्षा की कमी से जनता को कष्ट, लोगों को धन सम्बन्धी सुख बहुत कम मिलेगा।

भारत2024

जनवरी

धार्मिक व साम्प्रदायिक उपद्रवों से आतंक में वृद्धि होगी। शासकों में आपसी कलह होकर मंत्रिमंडल में विवाद व हंगामों का वातावरण बार-बार होगा। जिससे विकास जन्य कामों में रुकावटें रहेंगी। उत्तरी पूर्वी प्रान्तों में तेज हवा के साथ हिमपात तथा मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, दिल्ली में कहीं वर्षा होगी। गुजरात, महाराष्ट्र, तमिल में | सामान्य वर्षा होगी। शीत का प्रकोप रहेगा।

फरवरी

विश्व के पश्चिम भूभाग में रोग वृद्धि एवं प्रकृति से प्रजा में भय रहेगा। केन्द्र में शासक नीति की सफलता का देश में सम्मान बढ़ेगा। समुद्र तट के क्षेत्रों में तूफान, चक्रवात का उत्पात होगा। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश पूर्वोत्तर, राजस्थान में सामान्य ओस की धुन्ध का वातावरण रहेगा। हिमपात, ओला, ठिठुरन तेज होगी।

मार्च

बम विस्फोट, यान दुर्घटना एवं प्राकृतिक प्रकोप से जनधन की हानि के संकेत हैं। विभिन्न देशों में राजनैतिक सम्बन्ध अकस्मात बिगड़ सकते हैं। कहीं घोर दुर्भिक्ष की स्थिति बनेगी। काश्मीर, हिमांचल प्रदेश, भूटान के क्षेत्रों में हिमपात व वर्षा होगी, शीतलहर चलेगी। मासान्त में मौसम परिवर्तन के लक्षण उभरेंगे। शुक्रवारी प्रतिपदा -से पहाड़ी क्षेत्रों में हिमपात तथा तूफानी हवाओं से रोग होगा। आकाशीय स्थिति प्रायः धूमिल रहेगी।

अप्रैल

देश की सीमाओं पर शान्ति को भंग करने वाले देश से भारत को स्वयं निपटना होगा। प्रधान शासक की गरिमा (प्रतिष्ठा) बढ़ेगी। भारतीय जनता पार्टी का पड़ला भारी रहेगा। तापमान में तेजी आयेगी। पर्वतीय क्षेत्रों में कहीं-कहीं सामान्य वर्षा होगी। हि.प्र., मणिपुर, बंगाल, तमिलनाडु, कर्नाटक के कुछ स्थानों में वर्षा होगी। बिहार, उत्तर प्रदेश में बादल व बूंदाबांदी हो सकती है।

मई

चीन, बंगला देश, पाकिस्तान की गतिविध पर ध्यान रखना पड़ेगा। कुछ मुस्लिम राष्ट्र पर भयंकर युद्ध के समाचार मिलेंगे। किसी भी देश में युद्ध अवश्य होगा। लू व गर्मी का प्रकोप बहुत ज्यादा रहेगा। आन्ध्रप्रदेश महाराष्ट्र, गुजरात, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पंजाब के क्षेत्रों में ज्यादा गर्म रहेगा। उत्तरार्ध में सामान्य वर्षा के योग है।

जून

पूर्वी गोलार्ध में युद्ध का भय बनेगा। रुस, जापान, चीन, वर्मा, पूर्वी भारत एवं आस्ट्रेलिया आदि राष्ट्रों में तूफान, भूकम्प, भूस्खलन एवं हिमपात से जन-धन की हानि होगी। बादल चाल रहकर भी वर्षा नहीं होगी। तापमान अधिक रहेगा, महाराष्ट्र, उड़ीसा के पूर्वी क्षेत्र, बंगाल व असम में वर्षा तथा हरियाणा, दिल्ली, पंजाब, मध्य प्रदेश में वर्षा अवरोध रहेगा। दक्षिण प्रान्तों में एवं उत्तर प्रान्त में प्रलयकारी वर्षा के योग हैं।

जुलाई

पर्वतीय क्षेत्र में भयंकर आता आ सकती है। विकृति जन्य अनेक प्रकार के रोगों से जनता परेशान होगी। चीन में बाढ़, तूफान से विशेष हानि हो सकती है। दिल्ली, राजस्थान, गुजरात, उत्तर प्रदेश में वर्षा सामान्य होगी। महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, आन्ध्र प्रदेश में वायु के साथ अच्छी वर्षा होगी। आसाम, बंगाल, बिहार, कर्नाटक में अतिवृष्टि से लोग परेशान होंगे। काश्मीर में या हिमाचल में बादल फटने जैसी घटना हो सकती है|

अगस्त

पर्वतीय प्रान्तों में प्राकृतिक प्रकोप से जनधन की। हानि होगी। बिहार में भयंकर बाढ़ की स्थिति एवं भारत के कुछ प्रान्तों में सूखा रहेगा। कृषकों के लिये कठिन परिस्थिति हो सकती है। दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश में आकाश साफ रहेगा। बंगाल, बिहार, मणिपुर, असम, अरुणाचल में भारी तूफान आने की संभावना है। दक्षिण पश्चिम के प्रान्तों में जोरदार वर्षा हो सकती है। बाढ़ से लोग परेशान हो जायेंगे।

सितम्बर

भारत नये-नये देश में औद्योगिक प्रगति शेष कुप्रभावों का उपकरण अनार्य उपायों से प्राप्त करेगी। इस मास में कहीं-कहीं सामान्य होगी। | वायुवेग का प्रकोप रहेगा। हिमाचल प्रदेश, काश्मीर क बिहार के क्षेत्रों में वर्षा होगी। राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, गुजरात, उत्तर प्रदेश में खण्डवृष्टि के योग है। तापमान में गिरावट के साथ मौसम में परिवर्तन हो सकता है।

अक्टूबर

केन्द्र सरकार के अथक प्रयासोपरास्त भी निर्वाचन जन्य स्थिति उभरेगी। बाल मृत्युदर में वृद्धि होगी। पूर्वी प्रान्तों बंगाल, आसाम, बिहार, अरुणाचल, मेघालय आदि में तथा समुद्र तटीय नगरों में तूफान के साथ वर्षा होगी। मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, दिल्ली में खण्ड वर्षा होगी। उत्तरी क्षेत्रों में तापमान में गिरावट आयेगी।

नवम्बर

आयात निर्यात के नये कानूनों में जनता को श्रेष्ठ -लाभ होगा। शासकीय कर्मचारियों के लिये अच्छी खबर आयेगी। बादल चाल के साथ शीत वायु का प्रकोप बढ़ेगा। पर्वतीय क्षेत्रों में हिमपात अथवा ओला वृष्टि हो सकती -है। मध्य भारत में वायु वेग रहेगा। मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, दिल्ली में वर्षा हो सकती है।

दिसम्बर

शांति भंग होगी। उत्तर में खड़ी फसलों को हानि, | राजनीत के नये नये समीकरण बनेंगे। भारत की सेना का मनोबल बढ़ेगा। आसमान में धुन्ध हो सकती है। | कई जगहों पर वर्षा भी हो सकती है। राजस्थान, गुजरात, हिमाचल, पंजाब, हरियाणा आदि प्रदेशों में लगातार बादल दिखाई देंगे। खण्ड वर्षा के साथ शीत प्रकोप बढ़ेगा।

Varshfala

विश्व में रोग वृद्धि होगी। अफ्रीका, दक्षिणी अमेरिका, आस्ट्रेलिया आदि राष्ट्रों में जन उपद्रव, अराजकता व गृह कलह उभरने के योग हैं। पश्चिमी प्रान्तों में साम्प्रदायिक अनेक आन्दोलन से शासन सत्ता में चिन्ता वृद्धि होगी। देश के अधिकतर भागों में रोग उपद्रवों  महामारी बढ़ने के कारक हैं। देश के अनेक भागों में धार्मिक व साम्प्रदायिक उपद्रवों से आतंक वृद्धि होगी।

शासकों में आपसी कलह होकर मंत्रिमंडल में विवाद व हंगामों का वातावरण बार-बार होगा। जिससे विकास जन्य कामों में रुकावट रहेगी। उत्तरी पूर्वी प्रान्तों में तेज हवा के साथ हिमपात तथा मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश. दिल्ली में कहीं वर्षा होगी। गुजरात, महाराष्ट्र, तमिल में सामान्य वर्षा होगी। शीत का प्रकोप रहेगा। पश्चिमी राष्ट्रों में कहीं भयंकर अशांति का वातावरण रहेगा। किसानों के लिये परेशानी का कारण बनेगा। खड़ी फसलें खराब होगी|

 पूर्वी प्रान्तों में भूकम्प अथवा तूफानादि एवं दक्षिणी प्रदेशों में अग्नि काण्ड, बारूद विस्फोट आदि गतिविधि रहेगी। विश्व के पश्चिम भूभाग में रोग वृद्धि एवं प्रकृति से प्रजा में भय रहेगा। केन्द्र में शासक नीति की सफलता का देश में सम्मान बढ़ेगा। समुद्र तट के क्षेत्रों में तूफान, चक्रवात का उत्पात होगा। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश पूर्वोत्तर राजस्थान में सामान्य ओस की धुन्ध का वातावरण रहेगा।

हिमपात, ओला, ठिठुरन तेज होगी। नेताओं में आपसी तनाव होकर अनेक आन्दोलन विग्रह तथा तोड़फोड़ व हानिकारक घटनाओं से जनता में आक्रोश व भयवृद्धि होगी। देश की कई प्रान्तीय सत्तारूढ़ पार्टी में विघटन हो सकता है। पूर्व व दक्षिण के प्रान्तों की चिन्ता बढ़ेगी।

राजनैतिक दलों को कठिन परिस्थिति का सामना करना पड़ेगा। बम विस्फोट यान दुर्घटना एवं प्राकृतिक प्रकोप से जनधन की हानि के संकेत हैं। विभिन्न देशों में राजनैतिक सम्बन्ध अकस्मात बिगड़ सकते हैं। कहीं धोर दुर्भिक्ष की स्थिति बनेगी। कश्मीर, हिमांचल प्रदेश, भूटान के क्षेत्रों में हिमपात व वर्षा होगी, शीतलहर चलेगी।

मौसम परिवर्तन के लक्षण उभरेंगे। पहाड़ी क्षेत्रों में हिमपात तथा तूफानी हवाओं से रोग होगा। आकाशीय स्थिति प्रायः धूमिल रहेगी। यूरोप के कुछ देशों में अशान्ति, युद्ध, लम्बे समय तक सामना करना पड़ेगा। यूरोप के प्रमुख देशों में अर्थ व्यवस्था की चर्चा विशेष बनेगी। राजनीतिक व्यक्तियों के लिये समय भयावह रहेगा।

कहीं हत्याकाण्ड, कहीं गृह युद्ध से अशान्ति होगी। भारत में नई-नई प्रगतिप्रद योजनाओं का निर्माण होगा। भारत की शिक्षा पद्धति को नई दिशा मिलेगी। गोचर ग्रह स्थिति के अनुसार राष्ट्रपति पद की गरिमा बढ़ेगी। | देश की सीमाओं पर शान्ति को भंग करने वाले देश से भारत को स्वयं निपटना होगा। प्रधान शासक की गरिमा (प्रतिष्ठा) बढ़ेगी। एवं भारतीय जनता पार्टी का पलड़ा  भारी रहेगा। तापमान में तेजी आयेगी।

पर्वतीय क्षेत्रों में कहीं-कहीं सामान्य वर्षा होगी। हिमाचल प्रदेश, मणिपुर, बंगाल, तमिलनाडु, कर्नाटक के कुछ स्थानों में वर्षा होगी। बिहार, उत्तर प्रदेश में बादल व बूंदाबांदी हो सकती है।

The commencement of the Vikram Samvat 2081 is scheduled for Tuesday, 9th April in the bright fortnight of the month of Chaitra, in the year 2024 CE. In this year, the calendar will be named ‘Pingal,’ and the ‘Pingal’ year will be used for daily resolutions and dedications. Earth’s son, “Mangal,” has been granted authority in a crucial position of the king, while the important ministerial position is assigned to Surya’s son, Shani Dev.

Both critical positions are influenced by malevolent planets. Consequently, humanity will face fear of fire, increased theft, and conflicts among rulers. Due to Shani Dev holding the ministerial position, rulers will lack humility, causing distress to the people. Scarcity of rainfall will lead to hardships, and prosperity related to wealth will be scarce.

Globally, there will be an increase in diseases. Nations like Africa, South America, Australia, etc., may experience social unrest, lawlessness, and domestic conflicts. Western regions will witness various religious movements, causing concerns in the political power structure.

The majority of the country will face epidemics and disasters, contributing to the rise of tensions. Religious and sectarian disturbances in many parts of the country will lead to increased terrorism. Disputes among rulers will result in conflicts and disturbances in the ministerial council, impeding developmental activities.

Northern and northeastern regions may experience snowfall and rain accompanied by strong winds, while states like Gujarat, Maharashtra, and Tamil Nadu will witness average rainfall. The intensity of the cold will persist.

Western nations will face severe unrest, causing distress to farmers, leading to poor harvests. Earthquakes or storms may occur in eastern regions, and incidents like fire accidents and explosions may happen in southern states. In the western part of the world, there will be an increase in diseases and a sense of fear among the public due to natural disasters.

 The success of policy implementation by the central government will earn the country respect. Coastal areas will experience storms and cyclones. Uttar Pradesh, Madhya Pradesh, and northeastern Rajasthan will have a normal atmosphere of misty dew.

There will be tensions among leaders, leading to various protests, conflicts, and harmful incidents, causing anger and fear among the people. Many regional ruling parties may face disintegration. Concerns will increase in the eastern and southern regions.

Political parties will have to face challenging situations. There is a possibility of incidents like bombings, accidents, and natural disasters indicating financial loss. Signs of climate change will become more apparent. Mountainous regions will face health issues due to snowfall and stormy winds.

The celestial positions suggest an atmosphere often covered in haze. Some European countries may unexpectedly face unrest, war, and prolonged struggles. Economic discussions will be crucial in major European countries. Political personalities will face a fearful time. Some regions in India, including Kashmir, Himachal Pradesh, and Bhutan, may experience snowfall and rainfall, accompanied by a cool breeze.

Construction of new progressive plans will take place in India, and there will be a new direction for the country’s education system. The dignity of the presidential position will increase according to the positions of the celestial bodies.

India will have to deal with its issues independently in the face of a country that disturbs peace on its borders. The prestige of the chief ruler will increase, and the balance will tilt heavily in favor of the Bharatiya Janata Party.

The temperature will rise rapidly. In mountainous regions, there will be occasional regular rainfall in places like Himachal Pradesh, Manipur, Bengal, Tamil Nadu, and Karnataka. Bihar and Uttar Pradesh may experience cloudiness and drizzling.

शक्तिशाली राष्ट्र रुस, चीन, अमेरिका तथा ईराक, ब्रिटेन में आतंकवाद का भय, शासकों में आपसी मतभेद् उभ् रेगा! संवेदनशील क्षेत्रों में तथा सीमा प्रान्तों पर सैन्य बल तैनात करना  पड़ेगा| पूर्वी एवं पश्चिमी भूभाग पर प्राकृतिक प्रकोप से जन- धन की हानि होगी।

 नेपाल में माओवादियों व आई एस आई के बढ़ते सहयोग से भारत के सीमा प्रान्त प्रभावित होंगे। चीन, बंगला देश, पाकिस्तान की गतिविध पर ध्यान रखना पड़ेगा। किसी  मुस्लिम  राष्ट्र पर भयंकर युद्ध के समाचार मिलेंगे। किसी भी देश में युद्ध अवश्य होगा।

लू व गर्मी का प्रकोप बहुत ज्यादा रहेगा आन्ध्रप्रदेश महाराष्ट्र गुजरात, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पंजाब के क्षेत्रों में ज्यादा गर्म रहेगा। उत्तरार्ध में सामान्य वर्षा के योग हैं। उत्तरी प्रान्तों के पर्वतीय क्षेत्रों में प्राकृतिक आपदा से जनजीवन अस्त-व्यस्त रहेगा। कहीं यान दुर्घटना, भूचाल से हानि, कहीं ज्वालामुखी विस्फोट किसी प्रभागी देश के विरुद्ध सोमालिया, चीन, फिलिस्तीन एवं रूस के किसी एक वर्ग द्वारा विरोध होगा।

अर्थ व्यवस्था की धीमी विकास दर से बेरोजगारी को लेकर मजदूर वर्ग एवं किसानों को सरकार संघर्ष से रोक नहीं सकेगी। कहीं समुद्री तूफान, भूकम्प आदि प्राकृतिक आपदा की ग्रहस्थिति है। पूर्वी गोलार्ध में युद्ध का भय बनेगा। रूस, जापान, चीन, वर्मा, पूर्वी भारत एवं आस्ट्रेलिया आदि राष्ट्रों में तूफान, भूकम्प, भूस्खलन एवं हिमपात से जन-धन की हानि होगी। बादल चाल रहकर भी वर्षा नहीं होगी। तापमान अधिक रहेगा, महाराष्ट्र, उड़ीसा के पूर्वी क्षेत्र, बंगाल व असम में वर्षा तथा हरियाणा, दिल्ली, पंजाब, मध्य प्रदेश में वर्षा अवरोध रहेगा। दक्षिण प्रान्तों में एवं उत्तर प्रान्त में प्रलयकारी वर्षा के योग हैं पाञ्चात्य राष्ट्रों में आतंकवादी हरकतों से हानि व भय व्याप्त होगा।

यूरोप के कई देशों में भी जनाक्रोश बढ़ेगा। केन्द्र स्थल व उत्तर प्रदेश, बिहार के क्षेत्रों में जनाक्रोश बढ़ेगा। अग्निकाण्ड से हानि, उग्रवादी ताकतों का दुष्प्रभाव बढ़कर ,  शासकों को चिन्ता का कारण बनेगी। चीन, जपान, रूस, तिब्बत, वर्मा आदि राष्ट्रों से भूकम्प आदि प्राकृतिक प्रकोप से जन धन की हानि होगी।

विश्व के किसी राष्ट्र में प्राकृतिक आपदा जैसे भूकम्प, समुद्री तूफान आदि से भारी जन-धन की हानि हो सकती है। पर्वतीय क्षेत्र में भयंकर आपदा आ सकती है। एवं विकृति जन्य अनेक प्रकार के रोगों से जनता परेशान होगी। चीन में बाढ़, तूफान से विशेष हानि हो सकती है।

 दिल्ली, राजस्थान, गुजरात, उत्तर प्रदेश में वर्षा सामान्य होगी। महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, आन्ध्र प्रदेश में वायु के साथ अच्छी वर्षा होगी। असम, बंगाल, बिहार, कर्नाटक में अतिवृष्टि से लोग परेशान होंगे। काश्मीर में या हिमाचल में बादल फटने जैसी घटना हो सकती है। किसी भी क्षेत्र में अतिवृष्टि, प्राकृतिक आपदा विशेष होगी।

देश के राजनेताओं में पदलोलुपता बढ़कर जनता को साम्प्रदायिक धार्मिक  दंगल हेतु प्रोत्साहित कर   स्वार्थ की पूर्ति करेंगे। अरब, ईरान, ईराक तथा पाकिस्तान, अफगानिस्तान में शासकों को आपसी मतान्तर बनकर विग्रह होगा। पश्चिमोत्तर प्रांतों में नवीन क्रान्ति का उदय होकर जन उपद्रव से शासकों में भय की वृद्धि होगी।

विपक्ष बल सबल होगा। पर्वतीय प्रान्तों में प्राकृतिक प्रकोप से जनधन की हानि होगी। बिहार में भयंकर बाढ़ की स्थिति एवं भारत के कुछ प्रान्तों में सूखा रहेगा। कृषकों के लिये कठिन  परिस्थिति हो सकती है। दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश में आकाश साफ रहेगा। बंगाल, बिहार, मणिपुर, असम, अरुणाचल में भारी तूफान आने की संभावना है।

दक्षिण पश्चिम के प्रान्तों में जोरदार वर्षा हो सकती है। बाढ़ से लोग परेशान हो जायेंगे। देश के महान पुरुषों या प्रधान शासकों के लिये कष्टप्रद रहेगा। शक्तिशाली राष्ट्र रुस, चीन, अमेरिका तथा ईराक, ब्रिटेन में आतंकवाद का भय रहेगा। अमेरिका और इंग्लैण्ड की अन्य महाशक्ति के साथ मतभेद गहरा सकते हैं।

खाड़ी देशों में तनाव होगा। अलकायदा समर्पित आतंकवाद दक्षिण पूर्व एशिया में जड़े मजबूत करने को उद्धत होगा। भारत नये- नये कायदे कानून बनाने की प्रेरणा देगा। देश में औद्योगिक प्रगति विशेष होगी। विश्व व्यापार जन्य कुप्रभावों का उपाकरण जनहितार्थ उपायों से पुनः चेतना प्राप्त करेगी।

 कहीं-कहीं वर्षा सामान्य होगी। वायुवेग का प्रकोप रहेगा। हिमाचल प्रदेश, काश्मीर व बिहार के क्षेत्रों में वर्षा होगी। राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, गुजरात, उत्तर प्रदेश में खण्ड वृष्टि के योग है। तापमान में गिरावट के साथ मौसम परिवर्तन हो सकता है।

The powerful nations Russia, China, America, and Iraq, Britain will continue to fear terrorism, and there will be political disagreements among the rulers! Military forces will need to be deployed in sensitive areas and border regions.

There will be economic losses due to natural disasters in eastern and western regions. In Nepal, the increasing cooperation of Maoists and ISI will affect India’s border areas. It will be necessary to keep an eye on the activities of China, Bangladesh, and Pakistan. News of a severe war in some Muslim nations may come. There will be war in any country. The scourge of heat and summer will be excessive; areas like Andhra Pradesh, Maharashtra, Gujarat, Haryana, Uttar Pradesh, and Punjab will experience intense heat.

There will be normal rainfall in northern regions. Life will be disrupted by natural disasters in mountainous regions. There may be incidents like volcanic eruptions against some countries like Somalia, China, Palestine, and Russia by a certain group.

The economy’s slow growth rate will not prevent unemployment, affecting the working class and farmers. Some regions may face epidemics and disasters. Due to conflicts among rulers, there will be obstacles in developmental activities in the Cabinet, leading to a slowdown. Rainfall will occur in western states, causing anxiety among farmers.

There will be crop damage in Gulf regions. Eastern regions may face earthquakes or hurricanes, and southern states may experience incidents like arson, explosions, etc. There will be a tense atmosphere of unrest in western nations. Farmers will worry.

Drought will harm crops in the Gulf regions. Earthquakes or hurricanes and incidents like arson and explosions will occur in eastern regions. There will be global unrest in western territories. Fear of terrorism and internal conflicts will spread in various parts of the world.

The majority of the world will face epidemics and disasters, leading to increased tension. Conflicts among rulers will lead to disruption in the Cabinet, hindering development-related work. There will be heavy rain in northern and eastern regions, while western states will experience a severe drought.

Farmers will face difficulties. The major nations or rulers will face hardships. Terrorism fears will persist in powerful nations like Russia, China, America, and Iraq, Britain. There will be deep disagreements with other superpowers like America and England. There will be tension in Gulf countries.

Terrorism dedicated to Al-Qaeda will strengthen in Southeast Asia. India will be affected by the increasing cooperation of Maoists and ISI. It will be necessary to pay attention to the activities of China, Bangladesh, and Pakistan.

There will be news of a severe war in some Muslim nations. There will be war in any country. The scourge of heat and summer will be excessive, and areas like Andhra Pradesh, Maharashtra, Gujarat, Haryana, Uttar Pradesh, and Punjab will experience intense heat.

There will be normal rainfall in northern regions. Life will be disrupted by natural disasters in mountainous regions. There may be incidents like volcanic eruptions against some countries like Somalia, China, Palestine, and Russia by a certain group. The economy’s slow growth rate will not prevent unemployment, affecting the working class and farmers.

Some regions may face epidemics and disasters. Due to conflicts among rulers, there will be obstacles in developmental activities in the Cabinet, leading to a slowdown. Rainfall will occur in western states, causing anxiety among farmers. There will be crop damage in Gulf regions. Eastern regions may face earthquakes or hurricanes, and southern states may experience incidents like arson, explosions, etc. There will be a tense atmosphere of unrest in western nations. Farmers will worry. Drought will harm crops in the Gulf regions.

Earthquakes or hurricanes and incidents like arson and explosions will occur in eastern regions. There will be global unrest in western territories. Fear of terrorism and internal conflicts will spread in various parts of the world.

The majority of the world will face epidemics and disasters, leading to increased tension. Conflicts among rulers will lead to disruption in the Cabinet, hindering development-related work. There will be heavy rain in northern and eastern regions, while western states will experience a severe drought. Farmers will face difficulties. The major nations or rulers will face hardships.

पश्चिमी राष्ट्रों अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोप, ग्रीनलैण्ड आदि राष्ट्रों में युद्धोन्माद एवं शासकों में तनाव बढ़ेगा। मुस्लिम राष्ट्र एवं उत्तरी प्रान्तों में, पर्वतीय क्षेत्रों में प्राकृतिक आपदा से जनजीवन अस्त-व्यस्त होगा। नेताओं में आपसी तनाव होकर अनेक आन्दोलन विग्रह तथा तोड़फोड़ व हानि कारक घटनाओं से जनता में आक्रोश व भय की वृद्धि होगी।

देश के दक्षिण पूर्व राज्यों में पुनः सत्तारूढ़ पार्टी में मन मुटाव अथवा विघटन हो सकता है। केन्द्र सरकार के अथक प्रयासोपरास्त भी निर्वाचन जन्य स्थिति उभरेगी। बाल मृत्युदर में वृद्धि होगी। पूर्वी प्रान्तों बंगाल, असम, बिहार, अरुणाचल, मेघालय आदि में तथा समुद्र तटीय नगरों में तूफान के साथ वर्षा होगी।

मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, दिल्ली में खण्ड वर्षा होगी। उत्तरी क्षेत्रों में तापमान में गिरावट आयेगी। बादल चाल के साथ शीत वायु का प्रकोप बढ़ेगा। पर्वतीय क्षेत्रों में हिमपात अथवा ओला वृष्टि हो सकती है। मध्य भारत में वायु वेग रहेगा। मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, दिल्ली में वर्षा हो सकती है।

आकाशीय बिजली से जन-धन हानि होगी। पाकिस्तान, ब्रिटेन, जर्मनी, पोलैण्ड, अमेरिका, हालैण्ड, भारत आदि देश में महिलाओं पर अत्याचार की घटनाओं में कमी नहीं होगी। एवं तलाकों की संख्या में भारी वृद्धि होगी। किसी बड़े सैनिक टकराव या किसी राष्ट्र के विरुद्ध सैनिक कार्यवाही का संकेत है।

देश की शिक्षा व व्यावसायिक स्थितियों में नवीन परिवर्तन से दृढ़ता बढ़ेगी। आयात निर्यात के नये परिवर्तन से दृढ़ता ‘बनेगी। आयात निर्यात के नये कानूनों में जनता को श्रेष्ठ लाभ होगा। शासकीय कर्मचारियों के लिये अच्छी खबर आयेगी। बादल चाल के साथ शीत वायु का प्रकोप बढ़ेगा।

पर्वतीय क्षेत्रों में हिमपात अथवा ओला वृष्टि हो सकती है। मध्य भारत में वायु वेग रहेगा। मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, दिल्ली में वर्षा हो सकती है। विश्व के राजनैतिक स्तर में विशेष उतार-चढ़ाव रहेगा। ब्रिटेन, अमेरिका, रुस आदि शक्तिशाली राष्ट्र में आपसी खिंचाव बनेगा।

दक्षिण प्रान्तों के शासकों में आपसी मतभेद बढ़कर जनतंत्र में आक्रोश, विश्व में अघटित घटना किसी राष्ट्र विशेष में भूकम्प, जलप्लाव आदि प्राकृतिक प्रकोप से जनधन हानि होगी। बड़े देशों में एवं मुस्लिम राष्ट्रों की कुनीति से परोक्ष, युद्ध अप्रत्यक्ष युद्ध विकट रूप धारण करेगा। जिससे शांति भंग होगी। उत्तर में खड़ी फसलों को हानि, राजनीत के नये नये समीकरण बनेंगे। भारत की सेना का मनोबल बढ़ेगा। आसमान में धुन्ध हो सकती है। कई जगहों पर वर्षा भी हो सकती है। राजस्थान, गुजरात, हिमाचल, पंजाब, हरियाणा आदि प्रदेशों में लगातार बादल दिखाई देंगे। खण्ड वर्षा के साथ शीत प्रकोप बढ़ेगा।

शनि का वक्री होना दक्षिण पश्चिम के देशों में संक्रामक रोग फैलने की आशंका है। तथा मध्य भारत के कुछ क्षेत्रों में सूखा पड़ेगा। शनिवारी मिथुन की संक्रान्ति तथा शनि के वक्री होने के फलस्वरूप जून महीने में भीषण गर्मी पड़ेगी। हैदराबाद, औरंगाबाद के कुछ क्षेत्रों में अशांति की स्थिति होगी।

किसी विशेष व्यक्ति के निधन का योग है। दक्षिण पूर्वी क्षेत्रों में अग्नि तथा उपघात से जनधन की हानि होगी। विदेशी जासूसी सम्बन्धी  कोई विशेष घटना सामने आयेगी। पश्चिमोत्तर प्रांत की जनता प्राकृतिक प्रकोप तथा राजनैतिक उपद्रव से त्रस्त रहेगी। उत्तरार्ध में कोई समुद्री दुर्घटना सम्भव है।

In Western countries such as America, Britain, Europe, Greenland, etc., there will be an increase in military tensions and political instability. Muslim nations and northern regions, as well as mountainous areas, will experience disruptions in daily life due to natural disasters.

Interleader tensions will lead to various protests, conflicts, and incidents of violence, causing anger and fear among the public. Southern states of the country may witness changes in political allegiance or even party disintegration.

The relentless efforts of the central government for election-related situations will also come to the forefront. Child mortality rates will increase. Eastern states like Bengal, Assam, Bihar, Arunachal, Meghalaya, etc., and coastal cities can expect storms accompanied by rainfall. Central regions like Madhya Pradesh, Uttar Pradesh, and Delhi will experience intermittent rainfall.

There will be a decrease in temperature in northern regions. The increase in cloud movement will lead to a surge in cold winds. Mountainous regions may experience snowfall or hailstorms. Central India will have moderate air velocity.

Rainfall is likely in Madhya Pradesh, Uttar Pradesh, and Delhi. There will be damage due to lightning. Incidents of violence against women will not decrease in countries like Pakistan, Britain, Germany, Poland, America, Holland, India, etc. Divorce rates will see a significant increase.

A major military confrontation or military action against a nation is indicated. The country’s education and business conditions will strengthen due to new changes. The new developments in import-export will bring stability.

The public will benefit from new laws related to import-export. Good news awaits government employees. Cloud movement will intensify with a surge in cold winds. Mountainous regions may experience snowfall or hailstorms.

Central India will have moderate air velocity. Rainfall is likely in Madhya Pradesh, Uttar Pradesh, and Delhi. There will be damage due to lightning. On the political stage worldwide, there will be special fluctuations.

Powerful nations like Britain, America, Russia, etc., will experience mutual tensions. Increased internal conflicts among southern rulers will lead to public dissatisfaction in democracies, and an unprecedented incident will occur globally.

A particular nation may face earthquakes, floods, and other natural disasters. In major countries and Muslim nations, indirect, proxy wars will adopt a severe form, disrupting peace. Losses to major crops in the north, and new political equations will form.

The morale of the Indian army will rise. The sky may become cloudy. Continuous clouds will be visible in places. Along with continuous rainfall, there will be an increase in cold waves.

Saturn’s retrograde in Western countries raises concerns about the spread of infectious diseases. Some areas in central India will face drought. The transition of Mercury into Gemini on Saturday and Saturn’s retrograde will result in intense heat in June.

Disruption may occur in Hyderabad and Aurangabad. The death of a prominent person is indicated. In the southeastern regions, there will be financial loss due to fire and accidents. A significant event related to foreign espionage will come to light.

The people of the northwest will be distressed by natural disasters and political unrest. There is a possibility of a maritime accident in the northern half of the country.

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