परिचय (Introduction):
चंद्रमा से संबंधित है ( 2 Mukhi Rudraksha ) २ मुखी रुद्राक्ष, जैसा कि आप जानते हैं कि “चंद्रमा मनसो जात:” यानी चंद्रमा मन का कारक है। इसलिए, २ मुखी रुद्राक्ष का सीधा संबंध मन से है। इस लेख में, हम आपको बताएंगे २ मुखी रुद्राक्ष के महत्व को और इसे धारण करने के लाभ को।
२ मुखी रुद्राक्ष और चंद्रमा का संबंध (Connection of 2 Mukhi Rudraksha with the Moon):
२ मुखी रुद्राक्ष को धारण करने का शुभ दिन है – सोमवार! क्योंकि सोमवार से चंद्रमा का संबंध होता है। यह रुद्राक्ष चंद्रमा से जुड़ा हुआ माना जाता है जिससे इसका धारण करने से व्यक्ति को मानसिक शांति और स्थिरता मिलती है।
दो मुखी रुद्राक्ष के लाभ (Benefits of 2 Mukhi Rudraksha):
1. पाप, अपराध, गुनाह का नाश (Redemption from Sins and Wrongdoings):
दो मुखी रुद्राक्ष धारण करने से अनेक प्रकार के पाप, अपराध और गुनाह का नाश होता है। इससे धारण करने वाला व्यक्ति जीवन के दौरान सुखी रहता है और सभी प्रकार की दुर्भावनाओं से मुक्त होता है।
2. भगवान शिव के समता का प्राप्ति (Attainment of Equanimity with Lord Shiva):
२ मुखी रुद्राक्ष के धारण से व्यक्ति को भगवान शिव के बराबर समता प्राप्त होती है। यह रुद्राक्ष आत्मा और परमात्मा के मध्य एकता का प्रतीक है जिससे व्यक्ति में शांति की अनुभूति होती है।
3. सभी कामनाओं की पूर्ति (Fulfillment of Desires):
२ मुखी रुद्राक्ष को पहनने से सभी कामनाएं पूर्ण होती हैं। यह रुद्राक्ष धारक की इच्छाएं पूरी करने में सहायक होता है और उसे जीवन में सफलता प्रदान करता है।
4. रचनात्मकता और सफलता के लिए उपयोगी (Useful for Creativity and Success):
यह रुद्राक्ष रचनात्मकता और सफलता के लिए बहुत उपयोगी है। इसका धारण करने से व्यक्ति में सफलता की ऊर्जा बढ़ती है और वह अपने कामों में सफलता प्राप्त करता है।
5. पांच वर्षों तक धारण करने से ग्रहों की दशा से बचाव (Protection from Planetary Adverse Effects for Five Years):
यदि कोई व्यक्ति पांच वर्षों तक दो मुखी रुद्राक्ष को धारण करता है और साथ ही साथ इसके स्तोत्र का पाठ करता है, तो उसे ग्रहों की दशा से बचने में सहायक होता है।
6. सुखी पारिवारिक जीवन (Happy Family Life):
२ मुखी रुद्राक्ष सुखी पारिवारिक जीवन के लिए भी लाभकारी है। इसका धारण करने से पारिवारिक सम्बंध में सदयंत्रिता बनी रहती है और परिवार के सदस्यों के बीच आपसी प्रेम और सम्मान का माहौल बना रहता है।
7. 2 मुखी रुद्राक्ष देवी देवता का स्वरूप (Symbolism of 2 Mukhi Rudraksha):
2 मुखी रुद्राक्ष देवी-देवता का स्वरूप माना गया है। 2 मुखी रुद्राक्ष को अर्द्धनारीश्वर का प्रतीक भी माना गया है। यह द्वैत और अद्वैत का, आत्मा और परमात्मा का, ब्रह्मा और जीव का, पुरुष और नारी का, ईश्वर और माया का प्रतीक बीज भी है।
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दो मुखी रुद्राक्ष के लाभ (Benefits of 2 Mukhi Rudraksha):
दो मुखी रुद्राक्ष धारण करने से अनेक प्रकार के पाप, अपराध,गुनाह दोष का नाश होता है और धारण करने वाला व्यक्ति जीवन के दौरान हर प्रकार के सुख प्राप्त करते हुए सुखी रहता है जो भी व्यक्ति इस प्रकार के Rudraksha को पहनता है वह ग्यारह वर्षों में भगवान शिव के बराबर समता प्राप्त कर लेता है। जो व्यक्ति पांच वर्षों तक इसे धारण कर स्तोत्र का पाठ करता है उसकी कोई कामना बचती नहीं है सब पूर्ण हो जाती है। नारद पुराण के अनुसार जो भी द्विमुखी Rudraksha को धारण करता है वह अक्षत यौनदृढ़ता को प्राप्त करता है।
द्विमुखी रुद्राक्ष और ग्रह दोष (2 Mukhi Rudraksha and Planetary Afflictions)
दो मुखी रुद्राक्ष के लाभ: दांपत्य जीवन के सुख के लिए इस रुद्राक्ष को धारण किया जाता है।
मन की शांति और बुरी संगतों से दूर रखने में सहायक (Helpful in maintaining mental peace and staying away from negative company.)
दो मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से घर-परिवार में सुख-शांति बनी रहती है। इसके साथ ही, पारिवारिक सुख के लिए भी इस रुद्राक्ष को पहन सकते हैं। यह रुद्राक्ष मोटापा और दिल की बीमारियों जैसे रोगों से भी बचाने में सुरक्षा कवच के तौर पर काम करता है। इससे भूत-प्रेत से रक्षा भी मिलती है और ब्रह्महत्या और गौ हत्या के पाप से मुक्ति प्राप्त की जा सकती है।
आत्मविश्वास को बढ़ाने और मानसिक शांति प्रदान करने में सहायक (Assists in boosting self-confidence and providing mental peace)
दो मुखी रुद्राक्ष मानसिक शांति प्रदान करता है, आत्मविश्वास को बढ़ाता है और मन को शांति प्रदान करता है। इसके द्वारा व्यक्ति आध्यात्मिक साधना, मन्त्र साधना और तंत्र साधना में भी उन्नति प्राप्त कर सकता है। इसके धारण से आकस्मिक मृत्यु का भय भी कम होता है।
गर्भवती स्त्री के लिए सुरक्षा कवच (A protective shield for pregnant women)
यदि कोई गर्भवती स्त्री दो मुखी रुद्राक्ष धारण करती है, तो उसको किसी की भी बुरी नजर नहीं लगती है। इससे नकारात्मक ऊर्जाओं से बचाव रहता है और गर्भ में पल रहे बच्चे की भी सुरक्षा होती है।
पापों के निवारण के लिए धारण करें (Wear it for the alleviation of sins)
यदि आपको लगता है कि जाने अनजाने में आपसे कोई भूल, गलती या पाप हुआ है, तो दो मुखी रुद्राक्ष जरूर धारण करना चाहिए या अपने घर के मंदिर में रखना चाहिए और नित्य पूजन करना चाहिए। इससे आपके ऊपर पड़े पाप के दोष का निवारण होता है और आपको शुभता का अनुभव होता है।
दो मुखी रुद्राक्ष पहनने से क्या होता है (What Happens When You Wear 2 Mukhi Rudraksha)
इसके फायदों की बात करें तो द्विमुखी Rudraksha धारण करने से जन्मों के संचित पाप खत्म हो जाते हैं।
जो भी व्यक्ति इस प्रकार के Rudraksha को पहनता है वह ग्यारह वर्षों में भगवान शिव के बराबर समता प्राप्त कर लेता है। जो व्यक्ति पांच वर्षों तक इसे धारण कर स्तोत्र का पाठ करता है उसकी कोई कामना बचती नहीं है सब पूर्ण हो जाती है। नारद पुराण के अनुसार जो भी द्विमुखी Rudraksha को धारण करता है वह अक्षत यौनदृढ़ता को प्राप्त करता है।
यह रचनात्मकता और सफलता के लिए बहुत लाभकारी है।2 मुखी रुद्राक्ष को पहनने से 108 गाय दान का पुण्य मिलता है।महा शिव पुराण के अनुसार, इसे धारण करने से हर परेशानी दूर हों जाती है।यह रुद्राक्ष सुखी पारिवारिक जीवन के लिए भी लाभकारी है।
2 मुखी रुद्राक्ष का सीधा सम्भंध मानसिक स्थिति से है। इसलिए एक बेहतर सोच-विचार के लिए बहुत उपयोगी है।
सुख, शांति, धन लाभ, घर, मकान, संपत्ति, शिक्षा, ज्ञान एवं मोक्ष की प्राप्ति
स्वास्थ्य और संपन्ता की प्राप्ति
स्त्रियों के स्वास्थ्य के लिए और स्त्रियों के मासिक धर्म, रोगों और गर्भ से संबंधित परेशानियों के लिए लाभकारी है।
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पुराणिक महत्व और धारण विधि (Ancient Significance and Wearing Method)
दो मुखी रुद्राक्ष को पहनने से जन्मों के संचित पाप खत्म हो जाते हैं। इसे पहनने वाला व्यक्ति ग्यारह वर्षों में भगवान शिव के बराबर समता प्राप्त कर लेता है। जो व्यक्ति पांच वर्षों तक इसे धारण कर स्तोत्र का पाठ करता है, उसकी कोई कामना बचती नहीं है, सभी पूर्ण हो जाती है। नारद पुराण के अनुसार, दो मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से अक्षत यौनदृढ़ता को प्राप्त कर सकते हैं।
यह रुद्राक्ष रचनात्मकता और सफलता के लिए बहुत लाभकारी है। 2 मुखी रुद्राक्ष को पहनने से 108 गाय दान का पुण्य मिलता है। महा शिव पुराण के अनुसार, इसे धारण करने से हर परेशानी दूर हो जाती है। यह रुद्राक्ष सुखी पारिवारिक जीवन के लिए भी लाभकारी है।
दो मुखी रुद्राक्ष की पहचान और धारण विधि (Identification and Wearing Method of 2 Mukhi Rudraksha)
दो मुखी रुद्राक्ष की पहचान बादाम जैसी शक्ल के होते हैं और इस पर 2 धारियाँ होती हैं। इसको विधिवत पूजा करके और मंत्रों का उच्चारण करके ही धारण करना चाहिए। दो मुखी रुद्राक्ष के धारण के लिए निम्नलिखित मंत्रों का जाप किया जा सकता है:
“ॐ ह्रीं नम:”
“ॐ नमः शिवाय”
दो मुखी रुद्राक्ष का शुभ दिन सोमवार है, क्योंकि सोमवार से चन्द्रमा का सम्बन्ध होता है। इस दिन इसे धारण करने से इसके लाभ में वृद्धि होती है।
समाप्ति (Conclusion):
२ मुखी रुद्राक्ष का धारण करना आपके लिए अनेक लाभ प्रदान कर सकता है। यह रुद्राक्ष चंद्रमा के साथ संबंधित है जिससे इसके प्रभाव को वृद्धि मिलती है। इसका धारण आपके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारकर आपको सफलता की ऊँचाइयों तक पहुंचा सकता है। तो आज से ही इसे अपने जीवन में शामिल करें और समृद्धि और सुख-शांति का अनुभव करें।
Introduction:
The 2 Mukhi Rudraksha is related to the moon, as it is known that “Chandrama manaso jatah,” meaning the moon is the significator of the mind. Therefore, the 2 Mukhi Rudraksha is directly connected to the mind. In this article, we will tell you about the significance of the 2 Mukhi Rudraksha and the benefits of wearing it.
Connection of 2 Mukhi Rudraksha with the Moon:
The auspicious day to wear the 2 Mukhi Rudraksha is Monday because it is associated with the moon. This Rudraksha is believed to be connected to the moon, and wearing it brings mental peace and stability to the person.
Benefits of 2 Mukhi Rudraksha:
- Redemption from Sins and Wrongdoings: Wearing the 2 Mukhi Rudraksha leads to the destruction of various sins and wrongdoings. The wearer remains happy during life and is free from all kinds of negativity.
- Attainment of Equanimity with Lord Shiva: Wearing the 2 Mukhi Rudraksha bestows the wearer with equanimity, similar to Lord Shiva. It symbolizes the unity of the soul and the supreme soul, bringing inner peace.
- Fulfillment of Desires: Wearing the 2 Mukhi Rudraksha fulfills all desires of the wearer. It aids the wearer in achieving success and prosperity in life.
- Useful for Creativity and Success: This Rudraksha is beneficial for creativity and success. It enhances the energy of success within the wearer and helps them achieve their goals.
- Protection from Planetary Adverse Effects for Five Years: Wearing the 2 Mukhi Rudraksha for five years, along with reciting its stotra, provides protection from adverse planetary effects.
- Happy Family Life: The 2 Mukhi Rudraksha is beneficial for a happy family life. It fosters harmony in family relationships and promotes love and respect among family members.
Symbolism of 2 Mukhi Rudraksha:
The 2 Mukhi Rudraksha is considered symbolic of the divine goddess. It is also associated with Ardhanarishvara, representing duality and non-duality, soul and supreme soul, Brahman and individual, masculine and feminine, and the unity of Ishwara and Maya.
Wearing Method of 2 Mukhi Rudraksha:
To wear the 2 Mukhi Rudraksha, it is essential to identify it properly as the one with almond-like shape and two natural clefts. It should be purified through rituals and mantras before wearing. The wearer can chant the mantras “Om Hreem Namah” or “Om Namah Shivaya” while wearing it. The auspicious day to wear it is Monday, as it is associated with the moon, enhancing its effects.
Conclusion:
Wearing the 2 Mukhi Rudraksha can provide various benefits, including mental and physical well-being and success in life. It is related to the moon, amplifying its influence. Wearing it can improve your mental and physical health and lead you to the heights of success and prosperity. So, include it in your life from today and experience abundance and peace.