रंक को भी राजा बना देता है पीतांबरी नीलम रत्न, जानिए फायदे और पहनने की विधि
रंक को भी राजा बना देता है पीतांबरी नीलम रत्न, जानिए फायदे और पहनने की विधि
पीताम्बरी नीलम किसे धारण करना चाहिए?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, वृषभ, मिथुन, कन्या, तुला, धनु और मीन राशि के जातकों के लिए पीताम्बरी नीलम विशेष रूप से लाभदायक माना जाता है। हालांकि, किसी भी रत्न को धारण करने से पहले किसी ज्योतिषी से सलाह लेना हमेशा उचित होता है।
पीताम्बरी नीलम की देखभाल
अन्य रत्नों की तरह, पीताम्बरी नीलम की भी उचित देखभाल आवश्यक है। इसे कठोर रसायनों और अत्यधिक गर्मी से बचाना चाहिए। नियमित रूप से इसे हल्के गुनगुने पानी और हल्के साबुन से साफ करना चाहिए।
पीताम्बरी नीलम की कीमत
पीताम्बरी नीलम की कीमत उसके आकार, रंग, कट और गुणवत्ता के आधार पर काफी हद तक भिन्न हो सकती है। एक ज्योतिषी या रत्न विशेषज्ञ से परामर्श करके आपको वर्तमान बाजार मूल्य का पता चल सकता है।
नीलम पहनने के बाद क्या नहीं खाना चाहिए?
रत्न धारण करने से पहले किसी ज्योतिषी से अपनी जन्मकुंडली अवश्य दिखवा लें. रत्न धारण करने के बाद इसे बार-बार उतारना नहीं चाहिए. अगर आपने नीलम रत्न धारण किया है तो शनिवार के दिन तामसिक भोजन और नशीले पदार्थों का सेवन न करें|
पीतांबरी नीलम क्यों पहनते हैं?
पीतांबरी का सूर्य और बृहस्पति से सीधा संबंध है, इसलिए इस रत्न को धारण करने से व्यक्ति को जीवन के किसी भी क्षेत्र में अनुशासन और सटीक निर्णय लेने की रणनीति प्राप्त करने में मदद मिलेगी । ज्योतिषियों का दृढ़ विश्वास है कि यह बृहस्पति से ज्ञान प्रदान करता है और निर्णय और कौशल को बढ़ाता है।
आपको कैसे पता चलेगा कि नीलम काम कर रहा है या नहीं?
श्वास टेस्ट करें (Perform the breath test): नीलम को हाथ में लेकर इस पर अपने मुँह से भाप छोड़ें। अब गिनती गिने की इस भाप को कम होने में और पूरी तरह उड़ने में कितना समय लगता है। असली नग पर से भाप मात्र 1 या दो सेकंड में पूरी तरह उड़ जाती है जबकि आर्टिफिशियल नीलम पर से भाप को उड़ने में 5 सेकंड तक का समय लग सकता है।